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    ए दोस्त अलबिदा केहेना था

    January 06, 2020 0

    बाहर उस दिन कोई नया सबेरा था चारों दिशा ख़ुशहाली तन मैं ऊर्जा का संचार था अच्छे से जाना उसने तो पता चला कोई नया समय का प्रारम्भ था.. ...

    ख्वाब जो टूट गये

    January 06, 2020 0

    कुछ सुनहरे ख्वाबों को, जब मैंने पलकों में संजोकर रखना चाहा, आंखों से आंसू ऐसे निकले कि, सारे ख्वाब आंसू के साथ बह गये । उन ख़्वाबों...

    तू आगे बढ चल

    January 04, 2020 0

    तु आगे बढ़ चल रूकना नहीं झुकना नहीं यह निर्णय करले  कुछ कर गुजरना है तुझे नयी ईतिहास रचना है तूझे तू आगे बढ़ चल । उगता हु...

    चुप चाप सब बदल जाता है

    December 29, 2019 0

    मैं बढ़ रही थी, बचपन छूट रहा था पापा की नन्ही परी अब महलों की माल बन चुकी थी । सबकी नजरों में अब फर्क आने लगा था जिंदगी यूंही काट रही...

    शादी या बर्बादी

    December 12, 2019 0

    बहुत से ख्वाब बुनते हैं सब जब आती है बात शादी की । पर न रहता कुछ ख्वाब जैसा जब तब लगता है आगाज बर्बादी की ।। कभी तो उभरकर  न...

    हर कोई अपना लगेगा

    December 03, 2019 0

    देख तु अपने ही भीतर क्या कमी है क्यों दूसरों में खामियां टटोलता है पहले तो तू सम्भल जा स्वयं को देख मन दर्पन में तु कितना ...

    दिया जलाके तो दिखा

    December 02, 2019 0

    कितनी निष्ठा से हम दिया जलाते है कितनी श्रध्दा से हम मन्नत मांगते है ए हवा तू खुद एक बार दिया जलाके तो दिखा तुझे पता तो चले..... बुझ...

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