दिया जलाके तो दिखा
कितनी निष्ठा से हम दिया जलाते है
कितनी श्रध्दा से हम मन्नत मांगते है
ए हवा तू खुद एक बार दिया जलाके तो दिखा
तुझे पता तो चले.....
बुझने के बाद मेह्सूस क्या होती है
लोगों के मनोभाव से खिलवाड़ तू करे
और दोष उस्स बेकसूर भगवान का होता है
एक बार मुकाबला भगवान से कर
ना की हम नादान इन्सानों से
कितनी निष्ठा होती है लोगों में ये पता तो चले
No comments