प्यार के एहसास को सुक्रीया
"प्यार एक एहसास है
कुछ जज़्बात है,
समझ आने में देर लगे
ऐसा एक एहसास है ।
बात करना अच्छा लगे
साथ बैठना सुकून दे,
अनदेखी डोर ऐसी की
मजबूती का सोर हे ये ।
लगे हर जगह नए नए पंख दे
उड़ने को बेताब हूं
प्यार की गुनगुनाहट दे ।
सात रंगों की रंगोली जैसी
दुनिया आज लगने लगा,
मीठा मीठा सुर छड़े
कोयेल की धुन बढ़ने लगा ।
उस पेड़ पर नए नए
पत्ते खिले झुल रहे,
प्यार की एहसास हे
जींदेगी नई ढाल दे ।
साथ खड़े साथ बैठे
साथ चले कुछ कदम,
नीचे धरती रख रही
हमारी पैरों के वह ना मिटने के चिन्ह ।
हवाएं चलती रही
भाव हमारी देखती रही,
आंखे बंद करके तुम्हें महसूस करने लगे ।
सुकरिया करूं उन पलों को
जो कुछ नया लेके आया,
इस जीवन में हमें दिल लगाना अच्छा आया ।"
- पी.पूरबी महांती
बनाईं गड़, सुंदर गड़
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