छोटी सी ख्वाइश
एक छोटी सी ख्वाइश है मेरी,
जिंदगी तेरे संग बीते खुदा से यह गुजारिश है मेरी,
सब कुछ पाके भी तेरे बिना एक कमी सी है,
तेरे यादों के साथ होटों पे हसी आंखों में नमी सी है,
ख्वाबों में आना जाना लगा रहता है,
इस दिल पे एक नाम बस तुम्हारा लिखा है,
कैसे बयां करूं वो मोहब्बत जो तुमसे है,
एक मासूम सा इश्क मुझे बस तुमसे है,
जानती हूं,
नहीं दिखा पाती जो प्यार तुमसे बहत है,
क्या करूं,
यह बे जुबां दिल डरता बहत है,
तुम्हारे सिवा खुदा से कुछ ना मांगना है,
तेरी होजाऊं बस इतना ही चाहा है,
यह जो एहसास है,
थोड़ा तुम भी मेहसूस करलो ना,
आके मुझे अपने बाहों में भर लो ना,
दूर होने का खयाल से डर लगता है,
अब तेरे पास आने का मन करता है,
कभी तोड़ना नहीं वो दिल जिसमे तुम्हे बसाया है,
तेरी होजाऊँ आंखों ने बस यही सपना सजाया है,
कहते है सच्चा प्यार अक्सर पूरा नहीं होता,
यह भी मानती हूं,
सच्चे दिलसे कुछ भी चाहो वो अधूरा नहीं रहता,
जितने भी सांसे बची है बस तुम्हारे संग जीना चाहेंगे ,
यकीन करना, तुमसे दूर कभी नहीं जाएंगे,
चलो एक वादा करते हैं,
चाहे कुछ भी हो हमेशा साथ निभायेंगे,
दुआओं से एक दूसरे को अपनी नसीब में लिखवाएंगे ।।।
- गुलाफ्सा खानम
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